
मोदी की ‘पंचशील नीति’ से डरा ड्रैगन, बिना युद्ध के पीछे हटने को तैयार
भारत-चीन विदेश नीति इस समय पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र है, जिस प्रकार भारत-चीन रिश्तों में एक बड़ा परिवर्तन नजर आ रहा है और उससे वैश्विक परिदृश्य पर प्रभाव पड़ रहा है। उसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर केंद्रित किया है। इस बदलते हए संबंधों को लेकर पिछले एक वर्ष में हरीश चंद्र बर्णवाल ने कई लेख लिखे हैं। यथावत पत्रिका के लिए उनका ये सातवां लेख हैं, जिसे पत्रिका ने कवर स्टोरी के तौर पर प्रकाशित [More…]